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एक तरफ वृक्षोत्सव पखवाड़ा और दूसरी तरफ दिनदहाड़े पेड़ों की कटाई

सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय का दोहरापन

एक तरफ वृक्षोत्सव पखवाड़ा और दूसरी तरफ दिनदहाड़े

 पेड़ों की कटाई को लेकर जारी हुआ सर्कुलर

पुणे : (प्रतिनिधि) :    सावित्रीबाई फुले पुणे यूनिवर्सिटी हॉस्टल नंबर 9 (बॉयज) इलाके में पिछले कुछ दिनों से पेड़ों की कटाई का काम चल रहा है। छात्रों और नागरिकों को पेड़ों की इस कटाई को देखने से रोकने के लिए, सड़क के किनारे बड़ी संख्या में पेड़ों को काटकर सड़क को काट दिया गया है। विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना निदेशक ने 10 जून को परिपत्र जारी कर वृक्ष महोत्सव पखवाड़ा मनाने का निर्देश दिया है। सावित्रीबाई फुले पुणे विश्वविद्यालय का यह दोहरापन सामने आ गया है कि एक तरफ वह वृक्ष पखवाड़ा मनाने का परिपत्र जारी करे और दूसरी तरफ पर्यावरण दिन पर ही  बड़ी संख्या में पेड़ों का वध करे। पिछले साल यूनिवर्सिटी में बड़ी मात्रा में पेड़ों की कटाई हुई है। इन सभी के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई होने की उम्मीद है। कुछ वर्ष पहले विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना विभाग ने एक करोड़ पौधे रोपने का रिकार्ड गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में दर्ज कराया था। इन सभी प्रकार में यूनिवर्सिटी ने बिना  किसी उचित कार्य के केवल विज्ञापन पर ही लाखों रुपये खर्च करने का काम किया है। उन सभी अधिकारियों पर जो आज पेड़ों की कटाई के लिए जिम्मेदार हैं।

हम आज पेड़ों की कटाई के लिए जिम्मेदार सभी अधिकारियों के खिलाफ निलंबन की कार्रवाई की के बारे में माननीय कुलपति को पत्र लिखने जा रहे हैं। उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री मा. चंद्रकांतदा पाटिल ने सभी शैक्षणिक संस्थानों से भी अपने जन्मदिन के अवसर पर पेड़ लगाने का अनुरोध किया है। ऐसा होते हुए भी यूनिवर्सिटी ने मंत्री के सर्कुलर को ठेंगा दिखाने का काम किया है।

इस अवसर पर विश्वविदयलय ने मांग की हैं की, राहुल ससाने, अध्यक्ष, विश्वविद्यालय छात्र संघर्ष संघर्ष समिति, “यूनिवर्सिटी स्टूडेंट स्ट्रगल एक्शन कमेटी की ओर से हम यूनिवर्सिटी में हुई पेड़ कटाई का सार्वजनिक रूप से विरोध करते हैं। सम्पदा की इतने बड़े पैमाने पर कटाई के लिए जिम्मेदार सभी अधिकारियों के खिलाफ दंडात्मक कार्रवाई की जानी चाहिए। और उनसे नए पेड़ लगाए जाने चाहिए। विश्वविद्यालय प्रशासन को विश्वविद्यालय में चल रही अवैध गतिविधियों पर संज्ञान लेना चाहिए।“

 

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