मशहूर गजल गायक पद्मश्री पंकज उधासजी ने ली चुपके दुनिया से एग्जिट
दुनिया को अलविदा कह गए 'चिट्ठी आई है' गाने वाले पद्मश्री पंकज उधासजी
लेजेंडरी सिंगर पद्मश्री पंकज उधासजी का निधन हो गया। लम्बी बीमारी से झुंज रहे पंकज उधासजी का कैंसर से 72 साल की उम्र में मुंबई में निधन हो गया । मुंबई के ब्रीच केन्डी अस्पताल में कुछ समय से अग्नाशय कैंसर के इलाज के लिए पंकज उधासजी भर्ती थे।यही पर उन्होंने सुबह ११ बजे अंतिम सांस लीं। गजल गायक पद्मश्री पंकज उधासजी की बेटी नायाब उधास ने पद्मश्री पंकज उधासजी की मौत की खबर शेयर की हैं । .गत 4 महिनोसे अग्नाशय कैंसर होने की जानकारी होने पर उनपर इलाज चल रहा था। नम आंखों से सिंगर गजल गायक पंकज उधासजी को आखिरी श्रद्धांजलि दे रहा ह। उनका अंतिम संस्कार कल शाम मुंबई में किया जायेगा।
पंकज उधासजी को वर्ष 2006 में भारत सरकार द्वारा देश के चौथे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्मश्री से सम्मानित किया गया था।
अवार्ड का किस्सा
वर्ष २००६ के गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर पंकज उधासजी को देश की चौथे सर्वोच्च सम्मान पद्म की घोषणा हुई। इस घोषणा की जानकारी उन्हें नहीं थी। उन्हें बधाई देने की लिए उनके मित्र ने उन्हें फ़ोन किया तब उन्हें इसकी जानकारी मिली। इस अवार्ड की घोषणा से उनकी ख़ुशी का ठिकाना न रहा।
राष्ट्रपति APJ अब्दुल कलामजी से पद्म अवार्ड से सन्मानित
वर्ष २०१२ पद्मश्री पंकज उधासजी को महाराष्ट्र सरकार ने “महाराष्ट्र गौरव पुरस्कार” प्रदान किया गया था। नाम फिल्म के “चिट्ठी आई है” इस गाने के लिए “बेस्ट प्लेबैक सिंगर” और ‘नैशनल अवॉर्ड’ से नवाजा जा चुका है।
पद्मश्री पंकज उधास के निधन पर पीएम मोदीजी ने ऑफिशियल एक्स हैंडल से श्रद्धांजलि अर्पित की, ”हम पंकज उधास जी के निधन पर शोक व्यक्त करते हैं। उनकी गायकी में अलग-अलग इमोशन्स होते थे और उनकी गजलें सीधे आत्मा से बात करती थीं। वह भारतीय संगीत के एक प्रकाश स्तंभ थे, जिनकी धुनें पीढ़ियों से चली आ रही थीं. मुझे पिछले कुछ सालों में उनके साथ हुई अपनी विभिन्न बातचीतें याद हैं।”
, ”हमारे समय के भारतीय गजल के सबसे महान गायकों में से एक और अनुभवी गायक पंकज उधास के निधन से गहरा दुख हुआ. उनके जाने से संगीत जगत में खालीपन आ जाएगा। उनके परिवार और अनगिनत फैंस के प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं.”
ममता बनर्जी , मुख्यमंत्री पश्चिम बंगाल।.